1. यदि आप यह सोच रहे हैं कि आपके बच्चे सही भाषा खुद ही सीख जाएंगे, तो आप गलत सोच रहे हैं, क्योंकि इन्हें सही समय पर सिखाना अत्यंत आवश्यक है जिससे गलत व खराब भाषा उनके दिमाग के शब्दकोश में पैठ न कर ले.
2. बच्चों से हमेशा प्यार से भरी भाषा में बात करें, जिससे वे आपको आदर्श के रूप में देखेंगे व अच्छी भाषा का सम्मान करना सीखेंगे, और हो सकता है कि वे आपसे भी बेहतर भाषा बोलना सीख लें.
3. इसके लिए खुद में भी बदलाव लाएं, क्योंकि वे हमेशा लोगों की इज्जत करना, प्यार से बात करना, विनम्रता, जिम्मेदारी निभाना, काम करना आदि आपसे ही सीखेंगे.
4. बच्चों से सटीक व सीधी बात आसान शब्दों में ही करें, क्योंकि मुश्किल शब्दों में घुमा-फिरा कर कही बात उन्हें समझ नहीं आएगी.
5. अगर बच्चे आपके सामने कड़वी या अभद्र भाषा का प्रयोग करें, तो उन्हें तुरंत रोकें, क्योंकि उन्हें तमीज से बातें करना सिखाना भी आपकी जिम्मेदारी है.
6. यदि बच्चे गलत भाषा सीख गए हैं, तो उन्हें दोष दिए बिना एहसास दिलाएं कि ऐसी भाषा के प्रयोग से आप कितने दुखी हैं, क्योंकि ऐसा करने से बच्चे भावनात्मक रूप से बदलेंगे और सही दिशा को खुद ही चुन लेंगे.