1. उन्हें परिवार के निर्णयों में शामिल करें.
2. उनकी मानसिक, शारीरिक एवं भावनात्मक स्वास्थ्य की देखभाल करें और पूर्ण सुविधा प्रदान करें.
3. उनकी ऊर्जा के अनुसार शैक्षिक, आध्यात्मिक एवं मनोरंजन के स्त्रोतों को अपनाने की पूर्ण सुविधा दें.
4. उनको मानसिक एवं शारीरिक शोषण से पूर्ण सुरक्षा प्रदान करें.
5. उन्हें अकेलेपन या अवसाद की स्तिथि से बचाएं.
6. उनकी बहुसंस्कृति जागरूकता पर ध्यान दें.
7. उन्हें अपनी जरूरतों के लिए स्वयं खर्च करने की आर्थिक स्वतंत्रता दें.
8. नई स्फूर्ति प्रदान करने के लिए, आप उन्हें अपने समाज में भी प्रमुखता दें.
9. जहां बुद्धि एवं सोच की आवश्यकता हो, वहां उन्हें अधिमान्यता दें.
10. उनके अधिकारों का कभी भी हनन न होने दें और कड़ी कार्यवाही करें.