दुनिया आपके मिजाज की परवाह नहीं करती

 1. अगर आप एक सामान्य व्यक्ति हैं, तो कोई आपके मिजाज की परवाह तो करेगा ही नहीं, आपको उसके जिक्र तक की भी छूट नहीं मिलेगी.

2. मिजाजी होना अथवा अपनी इच्छा से जीना आपका एक अंदाज हो सकता है, लेकिन अगर आपने इसे अपनी आदत बना लिया तो यह आपको बाकी लोगों के बीच अनुपयुक्त कर देगा, क्योंकि अगर आपको किसी की परवाह नहीं है तो कोई दूसरा भी आपकी परवाह क्यों करेगा?

3. हो सकता है एक-दो बार कोई कर भी ले, लेकिन हमेशा तो कोई भी किसी के मिजाज की परवाह नहीं करता और अच्छे-खासे महत्वपूर्ण लोगों को भी कभी न कभी अपने मिजाज के कारण नुकसान उठाना पड़ जाता है.

4. कुछ लोग ऐसे भी हैं कि जब उनका मन होता है तो वे किसी से भी खूब हंस-हंस कर बोलते हैं, पर अगर उनका मूड सही न हो तो वे आपको पहचानने से भी इनकार कर देते हैं, लेकिन ऐसी आदत अंततः उनको भारी ही पड़ती है.

5. यकीन मानिए, कोई बड़ा से बड़ा व्यक्ति ही क्यों न हो, कोई भी दफ्तर, समाज या टीम ऐसे लोगों की परवाह नहीं करती, इसलिए मिजाज को किसी भी मामले में अपना हथियार न बनाएं, यह बहुत ही घातक है.

6. मिजाज की दुहाई आपके बारे में लोगों की राय बदल देती है, जिससे आपको ऐसी चीजों का भी नुकसान हो सकता है जो नहीं होना चाहिए, इसलिए मूड के गुलाम मत बनिए.

7. दुनिया आपके मिजाज के अनुसार कार्यक्रमबद्ध नहीं हुई है, कि जब आपका मन होगा तब वह हँसेगी, और आपका जब मन नहीं होगा तो वह नहीं मुस्कराएगी.