1. अपने आप से प्रेम करने का अर्थ है स्वयं को निखारना, अपने अंदर की अच्छाइयों को खोजना, अपने लिए सम्मान प्राप्त करना, अपने आपको प्रेरित करते रहना और अपने साथ हुई हर अच्छी-बुरी घटना की जिम्मेदारी खुद पर लेना.
2. जब आपके पास प्रेम और सम्मान प्रचुर मात्रा में होगा, तभी आप इन्हें दूसरों के साथ बांट पाएंगे और खुले दिल से किसी और को प्यार और सम्मान करने में सक्षम हो पाएंगे.
3. जब तक आप खुद की आलोचना करना बन्द नहीं करेंगे, आप कभी भी अपने से प्यार नहीं कर सकते, इसलिये दूसरों की नकारात्मक आलोचनाओं को न सुनें, अपने आप को पहचानें और अपनी असली ताकत को समझें.
4. अगर अपने जीवन में डर को जगह देंगे, तो डर आपकी खुशियों और प्यार को समाप्त कर देगा, इसलिए किसी खुशहाल यादगार बात को सोचने लगें, जिससे आपको मानसिक रूप से खुशी मिलेगी और आपका डर निकल जाएगा.
5. अगर आप हमेशा स्वस्थ रहेंगे, तो आप मानसिक रूप से मजबूत रहेंगे और कई प्रकार की बीमारियों से दूर रहेंगे, इसलिए हमेशा अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें तथा अपने जीवन को खुशनुमा बनाए रखें.
6. नकारात्मक बातें और आलोचनाएं हमेशा मनुष्य के भीतर की भावनाओं को तोड़ देती हैं, इसलिए छोटे-छोटे कार्यों पर की गयी अपनी मेहनत की खुद भी प्रशंसा करने से हमको समर्थन मिलता है.
7. कोई व्यक्ति आपकी मदद या समर्थन करे या ना करे, खुद का समर्थन होना बहुत जरूरी है, इसलिए अपने आपको तथा अपने विचारों को हमेशा समर्थन देने के लिए आपके पास रास्ता तैयार रहना चाहिए, जिसमे आपके मित्र और माता-पिता भी मदद कर सकते हैं.