1. आप अपने बच्चों की हर ख्वाहिश को पूरा करने का सपना संजोते हैं, और बच्चों के प्यार-दुलार में कोई कमी नहीं रखते, लेकिन जब बच्चों की आदतें बिगड़ने लगती हैं तो आप आसपास के वातावरण को दोषी ठहराते हुए नजर आते हैं.
2. हर समय बच्चों की तारीफ करना उनके मानसिक विकास के लिए अच्छा नहीं है, खासकर झूठी तारीफ करना, और उन्हें टोकना और समझाना भी बहुत जरूरी है जिससे वे भ्रम में न रहें.
3. बच्चों को बिल्कुल आजाद छोड़ देना अच्छा नहीं होता है, क्योंकि इससे उनका व्यवाहारिक और मानसिक विकास बाधित होता है.
4. बच्चों के प्रति हर समय चिंतित रहना भी सही नहीं है, क्योंकि वे अपने जीवन में शामिल होने वाले लोगों के मनोभावों से भी सीखकर अपने को मानसिक रूप से तंदरुस्त करते हैं.
5. हर छोटी-छोटी बात पर बच्चों की मदद करना भी अच्छा नहीं है, और बच्चों को खुद ही अपनी समस्याओं का हल खोजने की कोशिश करने देना चाहिए, जिससे वह स्वतन्त्र जीवन जीने योग्य बन सकें.
6. बच्चों को यह भी बताएं कि कौन सी चीज उनके लिए उपयोगी है और कौन नहीं, जिससे वे उनका महत्व समझें, और इसी तरह रिश्तों का, पैसों का और भोजन का महत्व भी उन्हें बताएं.