1. कई बार कुछ विद्यार्थी अक्लमंद होते हुए भी आत्मविश्वास की कमी के कारण सामूहिक चर्चा में विफल हो जाते हैं, जिसके फलस्वरूप उनको अपने मनपसंद कॉलेज या कंपनी में प्रवेश नहीं मिल पाता है.
2. सर्वप्रथम, आपको सभी महत्वपूर्ण विषयों की उपयुक्त जानकारी होनी चाहिए, ताकि इस चर्चा में भाग लेने वाले सभी लोग आपकी बातों से सहमति जताएं.
3. इसके अलावा, आपको पूरे आत्मविश्वास से अपने तर्क के समर्थन में बोलना चाहिए, क्योंकि अब हर कॉलेज या कंपनी इसी तरीके से आपके ज्ञान का विश्लेषण करना चाहती है.
4. ऐसी सामूहिक चर्चा में छात्रों की सोचने की क्षमता और रचनात्मकता भी परखी जाती है, इसलिए आपके पास किताबी और सैद्धांतिक ज्ञान के अलावा अपने कौशल व कल्पनाशक्ति द्वारा प्रत्येक स्तिथि से निपटना भी आना चाहिए.
5. कभी-कभी कुछ ऐसे विषयों पर भी सामूहिक चर्चा कराई जाती है जिससे यह पता चल सके कि छात्र में अपना संतुलन खोए बिना किसी विवादपूर्ण स्तिथि से अच्छी तरह निपटने की क्षमता कैसी है, इसलिए अपने विचार रखते समय सहनशील रहें.
6. जब चर्चा किन्ही राय मांगने वाले विषयों पर हो, तो आप अपनी निष्पक्ष राय समूह के समक्ष असरदार तरीके से रखें, ताकि आप अपने नेतृत्व के गुणों को उजागर कर सकें.
7. कुछ कॉलेज और कंपनियां ऐसे समूह चर्चा भी करवाते हैं जिसमे छात्रों के सामने कोई वर्तमान समस्या या स्तिथि पेश की जाती है, और फिर छात्रों से आपसी बहस द्वारा उसका समाधान निकालने के लिए बोला जाता है, इसलिए नवीनतम घटनाओं के प्रति जागरूक रहें.