अगला समय हमेशा आता है

1. हारने व जीतने वालों के बीच सामान्य सा फर्क देखने को मिलता है - जो हार चुके होते हैं, वे अक्सर अपनी कल्पनाओं में भी हार को हावी होने देते हैं, जबकि जीतने वाले अक्सर यह अपनी जीत की व्यावहारिकता सिद्ध होने के बाद ही तय करते हैं.

2. अगर सफलता चाहिए तो हार से डरने की बजाय उसका डटकर सामना करना सीखना होगा, असफलताओं को चुनौती समझ उन्हें स्वीकार कर दोबारा कोशिश करनी होगी, और अपने लक्ष्यों के प्रति ईमानदार रहना होगा.

3. हमें अक्सर ऐसे लोग भी मिलते हैं जो कामचोर के साथ-साथ लापरवाह होते हैं, और अपनी असफलता की जिम्मेदारी कभी नहीं स्वीकार कर किस्मत को ही दोषी मानते हैं, इसलिए ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहें क्योंकि वे आपको भी निराशावादी बना सकते हैं और वे कभी दूसरों की सफलता भी बर्दाश्त नहीं कर पाते.

4. जब हम अपनी हार को भी एक चुनौती मानते हैं, तब हमारी कार्यक्षमता और कल्पनाशीलता में भी वृद्धि होती है और हम निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं.

5. हमें हमेशा अपने पेशे से संतुष्ट होना चाहिए, और मेहनत कर उसमे निडरता से आगे बढ़ने की चेष्ठा करते रहना चाहिए.