क्या आप की प्रवित्ति झगड़ालू है?

1. हममें से बहुत से ऐसे लोग हैं, जो छोटी-छोटी बातों पर ही तिनक जाते हैं और इन बातों को भूलने के लिए सहजता से तैयार नहीं होते, बल्कि हम औरों को भड़काते भी हैं क्योंकि हम चाहते हैं कि ऐसा बार-बार हो.

2. धीरे-धीरे यह एक तरह की लत बन जाती है, और हम किसी बात पर अड़ जाते हैं और अपने अहंकार को बचाने के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं.

3. इस लत से छुटकारा पाने के लिए अपने और दूसरों से अपेक्षाएं कम रखें, और दूसरों को भी यही कहें कि वे आपसे भी ज्यादा अपेक्षाएं न रखें.

4. अपने जोश का इस्तेमाल सकारात्मक लक्ष्यों को हासिल करने में करें, बजाय अपने जीवन के कटु अनुभवों को बार-बार याद करने के, जिससे कि आपके क्षमा करने का गुण उजागर हो.

5. क्षमा करने का मतलब यह नहीं है कि उसी व्यक्ति से दोबारा जुड़ा जाए, बल्कि यह अपने आपसे वायदा है कि आप अच्छा सोचेंगे क्योंकि क्षमा करने का संबंध सिर्फ आपसे है.

6. इसलिए आपको यह पूरी तरह पता होना चाहिए कि क्या हुआ और ऐसा क्या था जो सही नहीं था, और इसके लिए आप किसी विश्वसनीय व्यक्ति से अपने अनुभव साझा भी कर सकते हैं.