अपने वानप्रस्थ आश्रम को नए परिपेक्ष में कैसे ढालें?

अपने वानप्रस्थ आश्रम को नए परिपेक्ष में कैसे ढालें?

1. बिना किसी पर निर्भर हुए, अपने सारे कार्य स्वयं करने की आदत डालें.

2. जो पूर्व में की हुई बचत है, उसे अपने हाथ में ही रखें.

3. जीवन में जो मिला है, उसके प्रति हृदय में एक स्वीकार भाव रखें.

4. अपनों और दूसरों के जीवन में व्यर्थ हस्तक्षेप न करें, और अपने जीवन से मतलब रखें.

5. अपनी दिनचर्या को पूर्णतः व्यवस्थित कर लें, जिससे कि आपके पास किसी फालतू बात या सोच के लिए समय ही न बचे.