हृदय रोग के लक्षण

युवावस्था में भी न पहचाने जाने वाले हृदय रोगों के लक्षण

1. चक्कर आना या सिर में हल्कापन महसूस होना

2. अत्यधिक उच्च रक्तचाप महसूस करना

3. सीने में तकलीफ

4. अनुचित सांस फूलना

5. बिना किसी संकेत के अचानक गिरना

कारण

1. अंतर्निहित हृदय की स्थिति को जाने बिना गलत तरीके से कठोर व्यायाम करना

2. दवाओं की गलत खुराक गलत समय पर लेना

3. हृदय परिसंचरण की विसंगतियाँ

4. दिल की विद्युत अनियमितता

5. रक्तचाप की अनियमितता

6. अचानक गिरने का पारिवारिक इतिहास

7. शरीर के प्रदर्शन को बढ़ाने वाली दवाएं लेना

8. अत्यधिक तनावग्रस्त

9. उच्च कोलेस्ट्रॉल

10. अस्वस्थ जीवनशैली

11. खाने की खराब आदतें

12. अनिर्धारित और अनुपचारित आंतरिक रोग

13. हृदय रोगों का पारिवारिक इतिहास

क्या करें?

1. व्यायाम करने से पहले डॉक्टर से खुद का मूल्यांकन करवाएं.

2. अपने रक्तचाप को नियंत्रित करें और फिर व्यायाम करें.

3. लगातार परेशानी होने पर ईसीजी कराएं.

4. अपने शरीर की गतिविधियों को नियमित रूप से सक्रिय करें.

5. अपनी जीवनशैली और खाने की आदतों के साथ अतिरिक्त सावधान रहें.

6. अपने मेडिकल इतिहास को अच्छी तरह से जानें.

7. नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं और जानें कि आपके शरीर के अंदर क्या चल रहा है.

8. स्वयं इलाज के बजाय विशेषज्ञों द्वारा दी गई सलाह का पालन करें.

9. सामान्य आवधिक स्क्रीनिंग परीक्षण हैं:-

ए) ईसीजी

बी) 2डी इकोकार्डियोग्राम

ग) तनाव परीक्षण

घ) कोरोनरी कैल्शियम के लिए सीटी स्कैन

10. 40 साल की उम्र के बाद 2 साल में एक बार कार्डिएक स्क्रीनिंग टेस्ट की सलाह दी जाती है, या 30 साल की उम्र के बाद हाई रिस्क कैटेगरी में.