असफलता में भी अपने को कैसे प्रेरित रखें?

1. जब आप स्तिथियों पर स्वयं नियंत्रण किए हुए हैं और उन्हें प्रभावित कर सकते हैं, तो आपमे आत्मविश्वास आता है और आप तनाव व दबाव को अपने आप कम महसूस करते हैं.

2. पर जब स्तिथियाँ ऐसी हों कि आपके करने के लिए कुछ भी न हो और परिस्थितियां आपके जीवन को निर्धारित करने लगती हैं, तब तनाव ज्यादा महसूस होता है और निराशा हावी होने लगती है.

3. जब आप कोई निर्णय लेते हैं तो आपमे आत्मविश्वास की वृद्धि होती है और आप कुछ करने के लिए प्रेरित होते हैं, इसलिए खुद को पहचानने और अपना आत्मविश्वास बनाए रखने के लिए अपने जीवन से जुड़े छोटे-छोटे निर्णय लेते रहें, भले ही इसका आपकी निराशा से सीधा सम्बन्ध हो या न हो, क्योंकि यह आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव जरूर लाएगा.

4. यदि आप किसी वजह से असफल हुए हैं, तो खुद को यह बताएं कि भले ही आपसे कोई कसर रह गई होगी, लेकिन आपको एक अनुभव मिला और पता चला कि कैसी तैयारी की जानी थी, क्योंकि इससे आपकी निराशा कम होगी.

5. हमेशा प्रेरित रहने के लिए जरूरी है कि चीजों के प्रति तटस्थ दृष्टिकोण अपना कर खुद को दोष देना बंद करें और देखने की कोशिश करें कि आपकी कमी के अतिरिक्त भी और क्या चीजें हैं जिनकी वजह से आप असफल हुए.

6. यह आपको राहत देगा और आप अपनी कमी को भी बिना किसी परेशानी के दुरुस्त कर पाएंगे.