जी लें अपनी ज़िन्दगी

1. लोग अपनी खुशियों को प्यार या पैसे से जोड़कर देखते हैं, मगर जीवन हर पल को जी लेने और हमेशा अपना सर्वोत्तम देने की ख्वाहिश के बीच संतुलन का प्रयास है.
2. आज हम सब ने अपनी जीवनशैली को खुद ही बिगाड़ लिया है, क्योंकि दिमाग में तनाव, मन में दूसरों से पीछे रह जाने का डर, और शारीरिक निष्क्रियता के साथ गलत खानपान व दिनचर्या के चलते हम केवल भाग रहे हैं, जी नहीं रहे.
3. ऐसे में हमारी ज़िन्दगी हमारे ऊपर बोझ बनती जा रही है, बीमारियों और तकलीफों का घर बनती जा रही है, क्योंकि पैसा कितना भी कमा लें मगर उसे भोग नहीं सकते.
4. इसलिए थोड़ा ठहर कर प्रकृति की खूबसूरती भी निहारिए, खुले दिल से ठहाके लगाइए और बेफिक्र लम्हे भी गुजारिए, ताकि समय निकल जाने पर आपको इस बात का मलाल न रहे कि आपने तो ज़िन्दगी जी ही नहीं.
5. आपकी सच्ची आंतरिक खुशी भौतिक चीजों से नहीं मिल सकती, इसलिए खुद के साथ अच्छा व्यवहार कीजिए, अपना ख्याल रखिए और दूसरों को भी खुशिययन दीजिए.
6. इसके लिए खुद से प्रेम करें, अपने लिए जिएं, और अपनी खुशिययन किसी और के भरोसे न छोड़ें, क्योंकि आप खुद को जितना खुश रख सकते हैं, कोई और नहीं रख सकता.
7. हमेशा पैसों के लिए काम न करें, कुछ काम अपनी खुशी के लिए भी करें और हमेशा कुछ न कुछ नया सीखते रहें, जिससे आपको जीवन में कुछ करने का उत्साह कायम रहेगा.
8. दूसरों को माफ करना सीखें जिससे आप अपने दिमाग से फ़िज़ूल के तनाव दूर रख सकेंगे, वरना रातदिन आप बदले की आग में ही सुलगते रहेंगे.
9. बातें कम करें और ऐसे काम करें जिनसे आपको वास्तव में खुशी मिलती हो, क्योंकि इससे जीवन के प्रति सकारात्मक रवैया विकसित होगा और आपका मन भी इधर-उधर नहीं भटकेगा.
10. अपनी गलतियों को स्वीकार करें और उनसे उबरने का प्रयास करें, क्योंकि जीवन में प्यार भरे रिश्ते बनाने और निभाने से ही दूसरों के प्यार और विश्वास की पूंजी हाथ लगेगी, और साथ ही अपने दर्द और तकलीफ खुद ही सहने की तैयारी निरंतर करते रहें.