1. ब्रह्मांड में विफलता जैसी कोई चीज नहीं है।
2. हर काम में सफलता और असफलता मिलती है।
3. निःस्वार्थता की मात्रा ही हर जगह सफलता की मात्रा को चिह्नित करती है।