बच्चों में आए बदलाव को नज़रअंदाज न करें

 1. जब बच्चों में शारीरिक व मानसिक विकास होता है, तो उनको बाहरी वातावरण सकारात्मक के साथ साथ नकारात्मक रूप में भी प्रभावित करता है, जो बाद में विभिन्न व्यवहार समस्याओं का कारण बनता है.

2. इसके लिए आपको सबसे पहले तो यह कोशिश करनी चाहिए कि बच्चा अपनी कोई भी बात आसानी से आपके साथ साझा कर सके, ताकि वह अकेला महसूस न करें.

3. यदि आपका बच्चा लगातार बात करते समय आपको बीच में रोकता या टोकता है, तो आपका ध्यान आकर्षित करने के लिए किसी को भी बाधित करने की उसकी आदत बन सकती है, इसलिए उसके अगली बार ऐसा करने पर आप अपने बच्चे को बैठने और इंतजार करने के लिए कहें.

4. अगर आपका बच्चा खेलते समय अपने दोस्त को घूंसा मारता है या दांत काटता है, तो यह आक्रामक व्यवहार एक सामान्य प्रकृति नहीं है, इसलिए अगर वह अगली बार ऐसा करे तो आप सख्त लहजे में समझाएं कि उसे इसकी अनुमति नहीं है और वह किसी को चोट नहीं पहना सकता.

5. यदि आपका बच्चा आपसे बात करते समय ध्यान नहीं देता है, तो वह बाद में हर बार आपकी उपेक्षा करता रहेगा, इसलिए अगली बार आप उसके कंधे को छूकर, उसका नाम पुकार कर या टीवी बन्द करके उसका ध्यान आकर्षित करें ताकि वह आपकी बात सुने.

6. अगर आपका बच्चा आपकी अनुमति के बिना कुछ भी करता है, तो वह बाद में कभी भी किसी नियम का पालन नहीं करेंगे, इसलिए अपने घर में कुछ छोटे नियम निर्धारित करें और अपने बच्चों को उनका पालन करने के लिए कहें.