अपनी प्रतिभा पहचान कर कौशल बढाएं

1. केवल किताबी कीड़ा बनकर या डिग्रियों का ढेर लगाकर ही सफलता की कामना नहीं की जा सकती है.
2. अपने अंदर झांक कर अपनी प्रतिभा को टटोलें कि किन क्षेत्रों में आप अपनी दक्षता को विकसित कर बाजी मार सकते हैं.
3. इसके अलावा जो क्षेत्र आपको सर्वाधिक उपयुक्त लगे, उसमें विशेषज्ञों की सलाह लेकर अपना कौशल बढाएं.
4. योग्यता के लिए अध्ययन के साथ उन गतिविधियों में हिस्सा लें जिनसे आत्मविश्वास विकसित हो, क्योंकि कार्यशालाओं और व्यक्तित्व विकास वाली संस्थाओं में यही सब तो किया जाता है.
5. ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलें, उन्हें अपनी जानकारी दें और उनकी जानकारी लें, इससे जानने वालों का संजाल लंबा होगा और सफलता उतनी ही करीब हो सकती है, क्योंकि संपर्क सफलता में उत्प्रेरक की भूमिका निभाता है.
6. आज की प्रतिस्पर्धा में नई तकनीक का महत्व नकारा नहीं जा सकता है, इसलिए कम्प्यूटर के साधारण ज्ञान की बजाय थोड़ी अधिक दिलचस्पी दिखाएं, क्योंकि यह आपके निर्माण की विभिन्न मांगों को पूरा कर सकता है.
7. अपने परिवार को भी पर्याप्त समय दें, क्योंकि परेशानी और तकलीफ के वक्त पारिवारिक आमोद-प्रमोद से आपका संघर्ष आसान हो जाता है, और आप तनावमुक्त होकर अपने निर्माण की राह पर अग्रसर हो सकते हैं.
8. आपका संघर्ष, आपकी परेशानी नितांत निजी मामला है, इसलिए इसका असर दूसरों के साथ अपने व्यवहार में न आने दें, क्योंकि सभी के साथ मिलकर काम करना ही प्रबंधन का मूलमंत्र है.